भरोसा तो तेरे प्यार पर ही था अब तुम बेमतलब बेवफा निकले तो अब हमे तुमसे मतलब क्या
*शुभम की कलम से*
सच्चे मित्र
सच ही तो है। दोस्त बहुत होते है लेकिन अच्छे दोस्त बहुत कम..... कुछ खास होते है कुछ खास हो जाते है..... कुछ दिल से जुड़ जाते है कुछ दिल मे मिल जाते है... रास्ते बेशक अलग हो दिल अगर सच्चा ह...
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