मुझे पता ह मेरे जीने के तरीका आपको पसंद नही पर में क्या करूं में अपनी इस आदत से मजबूर हूँ और आदत ह के अब बदलती नही - *शुभम की कलम से*

Comments

Popular posts from this blog

चिता ओर चिंता

स्वभाव

दिल दरिया