भरी महफ़िल में भी छुपा लेते है हम अपना गम पर कभी कभी ये नम आँखे धोखा दे जाती है - *शुभम की कलम से*
सच्चे मित्र
सच ही तो है। दोस्त बहुत होते है लेकिन अच्छे दोस्त बहुत कम..... कुछ खास होते है कुछ खास हो जाते है..... कुछ दिल से जुड़ जाते है कुछ दिल मे मिल जाते है... रास्ते बेशक अलग हो दिल अगर सच्चा ह...
Comments
Post a Comment