अटूट रिश्ता

"दिखावे की दोस्ती ?"
मुझे विश्वास अटूट हैं तुझ पर,
तेरा क्या यकीन करू?
तूने तो हर उस सख्स के सामने पराय किया है,
तुझे कैसे कबूल करू??
कभी सोचकर तो देखा होता अपने यार की नजरों से, तुझे हर सख्स से ऊपर माना कभी तू भी तो मान मुझे😢

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