एक ख्वाइश ही तो थी,
जो आगे बढ़ने में मेरी मदत करती थी, तुम्हारे चले जाने से, अब ओर कोई ख्वाइश नही बची,ज़िन्दगी में अब कुछ नहीं है सिवाय यादों के,
नरेंद्र त्यागी
सच ही तो है। दोस्त बहुत होते है लेकिन अच्छे दोस्त बहुत कम..... कुछ खास होते है कुछ खास हो जाते है..... कुछ दिल से जुड़ जाते है कुछ दिल मे मिल जाते है... रास्ते बेशक अलग हो दिल अगर सच्चा ह...
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