Posts

Showing posts from 2019

समझ नहीं आता

एक साल ओर निकल गया, लोगो को समझने में, जो अपने थे, उन को माना नही, जिन को माना वो अपने हुए नही।

अटूट रिश्ता

"दिखावे की दोस्ती ?" मुझे विश्वास अटूट हैं तुझ पर, तेरा क्या यकीन करू? तूने तो हर उस सख्स के सामने पराय किया है, तुझे कैसे कबूल करू?? कभी सोचकर तो देखा होता अपने यार की नजरों से, तुझ...

रिश्तों का रास्ता

जरूरी तो नही जिस को आप अपना मानते हो, वो भी आप को माने? रिश्ता कोई भी हो, जबरदस्ती से नही निभाया जा सकता, सही तो ये है,समय रहते रास्ता बदल दे।😇

यादें

एक ख्वाइश ही तो थी, जो आगे बढ़ने में मेरी मदत करती थी, तुम्हारे चले जाने से, अब ओर कोई ख्वाइश नही बची,ज़िन्दगी में अब कुछ नहीं है सिवाय यादों के, नरेंद्र त्यागी

रिश्ता

एक बात बोलू? ... जो हमारे खास होते हैं ना वो ही हमे सिखाते हैं कि- वो हमारे कितने खाश हैं.😏 "रिश्ता कोई भी हो, निभाना दोनों तरफ से पड़ता है." ~नरेंद्र त्यागी~

कोशिश-2

चलो फिर से एक ऐसा मौसम बनाते हैं, लोगो के दिलो में खोए हुए उस प्यार को जागते हैं, भूल गए जो खुद को, उन्हें खुद से मिलाते हैं,

कोशिश

चलो फिर से एक ऐसा मौसम बनाते हैं, लोगो के दिलो में खोए हुए उस प्यार को जागते हैं, भूल गए जो अपनो को, उन्हें अपनो से मिलाते हैं,

दिल दरिया

जिन को हम अच्छे समझ बैठे है, वो हमें बच्चे समझ बैठे है, होती नही हम से मतलब की यारी यारो, हम तो दिल हाथ लिए बैठे हैं, फेक देते है हर एक झोली में, हम तो दिल दरिया लिए बैठे हैं...

1.खुद से पूछो की हम में कितना छल कपट भरा है। २.खुद से पूछो की जब हमारा काम निकल जाता है तो हम अपने से बड़ा किसी को नही समझते😌😇 3.हम उस को ही आँख दिखाते है जिस ने हमे खड़ा किया है 😇 4.दुसरो का दिया हमेशा याद रखो ओर छीना हुआ भूलो मत,आप से भी कोई छीन सकता है🤗 5.छल के काम की नींव पर कितना ही गंगा जल डाल लो नीव हमेशा नाले के समान ही रहेगी,(बेईमानी)