1.खुद से पूछो की हम में कितना छल कपट भरा है।
२.खुद से पूछो की जब हमारा काम निकल जाता है तो हम अपने से बड़ा किसी को नही समझते😌😇
3.हम उस को ही आँख दिखाते है जिस ने हमे खड़ा किया है 😇
4.दुसरो का दिया हमेशा याद रखो
ओर छीना हुआ भूलो मत,आप से भी कोई छीन सकता है🤗
5.छल के काम की नींव पर कितना ही गंगा जल डाल लो नीव हमेशा नाले के समान ही रहेगी,(बेईमानी)
हर आदमी का अपना एक स्वभाव होता है, कुछ लोग बुराई कर के खुस रहते है और कुछ लोग अपने देखे पर विस्वास करते है, मैं कभी किसी की बुराई जब तक नही करता जब तक मैं खुद ना देखु। लेकिन कुछ लो...
जिन को हम अच्छे समझ बैठे है, वो हमें बच्चे समझ बैठे है, होती नही हम से मतलब की यारी यारो, हम तो दिल हाथ लिए बैठे हैं, फेक देते है हर एक झोली में, हम तो दिल दरिया लिए बैठे हैं...
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