हर आदमी का अपना एक स्वभाव होता है, कुछ लोग बुराई कर के खुस रहते है और कुछ लोग अपने देखे पर विस्वास करते है, मैं कभी किसी की बुराई जब तक नही करता जब तक मैं खुद ना देखु। लेकिन कुछ लो...
जिन को हम अच्छे समझ बैठे है, वो हमें बच्चे समझ बैठे है, होती नही हम से मतलब की यारी यारो, हम तो दिल हाथ लिए बैठे हैं, फेक देते है हर एक झोली में, हम तो दिल दरिया लिए बैठे हैं...
बहुत ही ज्यादा ग़ज़ब भैयाजी 😊
ReplyDelete