“नहीं” और “हाँ” यह दो छोटे शब्द है, लेकीन जिनके लिए बोहोत सोचना पड़ता है हम जिंदगीमें बोहोतसी चीजे खो देते है, “नहीं” जल्दबाजी में बोलने पर, और, “हाँ” देर से बोलने पर
सच ही तो है। दोस्त बहुत होते है लेकिन अच्छे दोस्त बहुत कम..... कुछ खास होते है कुछ खास हो जाते है..... कुछ दिल से जुड़ जाते है कुछ दिल मे मिल जाते है... रास्ते बेशक अलग हो दिल अगर सच्चा ह...
Comments
Post a Comment