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Showing posts from February, 2018

ईश्वर

यकीन कीजिये      "ईश्वर" के फैसले हमारी ख्वाहिशों से बेहतर        होते है!            

पसंद/इच्छा

खुद को बिखरने मत देना कभी किसी हाल में , लोग गिरे हुए मकान की ईटें तक ले जाते है..... अजीब तरह के लोग हैं, इस दुनिया मे, अगरबती भगवान के लिए खरीदते हैं, और खुशबू खुद की पसंद की तय करते ह...

मोबाइल

ये मोबाइल यूँ ही हट्टा कट्टा नहीं                       बहुत कुछ खाया - पीया है इसने                   मसलन         ये हाथ की घड़ी खा गया          ये टॉर्च - लाईटे खा गया         ...

परिचित

*मैं लोगों से मुलाक़ातों*                  *के लम्हे याद रखता हूँ* *मैं बातें भूल भी जाऊं*                 *तो लहजे याद रखता हूँ* *ज़रा सा हट के चलता हूँ*                    *ज़माने क...